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दिल्ली सहित देशभर में आज से कोरोना का टीकाकरण शुरू हो गया है। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को लोक नायक जय प्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल में टीकाकरण अभियान का जायजा लिया और टीका लगवा चुके कुछ स्वास्थ्य कर्मियों से बात की। केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और विशेषज्ञों की बात सुनें जो कह रहे हैं कि कोविड-19 टीके पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन वर्कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों के योगदान की सराहना भी की।
केजरीवाल ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव बहुत अच्छे से चल रहा है। अभी तक जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है मैंने उन सभी से बात की है, किसी को कोई भी दिक्कत नहीं है। सभी इस बात से खुश हैं कि उन्हें कोरोना वायरस से मुक्ति मिल जाएगी। आज 81 केंद्रों पर 8100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि मैं सभी से यह कहना चाहता हूं कि वे अफवाहों और भ्रामक बातों की ओर ध्यान नहीं दें। विशेषज्ञों का कहना है कि टीके सुरक्षित हैं और चिंता करने की कोई बात नहीं है। केजरीवाल ने जोर देकर कहा कि टीके लगने के बाद भी फेस मास्क लगाने की तथा सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की जरूरत है।
कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव बहुत अच्छे से चल रहा है। अभी तक जिन्हें वैक्सीन लग चुकी है मैंने उन सभी से बात की है, किसी को कोई भी दिक्कत नहीं है।
आज 81 केंद्रों पर 8100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी – मुख्यमंत्री श्री @ArvindKejriwal pic.twitter.com/Ld7wRQfNds
— AAP (@AamAadmiParty) January 16, 2021
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ”दिल्ली समेत देशभर में आज से कोरोना वैक्सीन लगने की शुरुआत हो गई है, LNJP अस्पताल के वैक्सीन सेंटर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वैक्सीन लेने वालों में उत्साह भी है और खुशी भी, हम सब मिलकर जल्द ही कोरोना को हराएंगे, लेकिन तब तक संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करते रहें।”
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शनिवार को देशभर में शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोविड-19 के खिलाफ भारत के टीकाकरण अभियान की शुरुआत की और इस दौरान कहा कि यह विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है ओर यह भारत के सामर्थ्य को दर्शाता है।
टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों के ‘मेड इन इंडिया टीकों’ की सुरक्षा के प्रति आश्वस्त होने के बाद ही इसके उपयोग की अनुमति दी गई है।
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