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कहते हैं क्रोध सोचनें-विचारने की क्षमता को खात्मा कर देता है। जिसके कारण इंसान गुस्से में क्रूरता से भरे कदम उठा लेता है। परिणाम स्वरुप उसे केवल पछतावा व सजा भोगने का दंड मिलता है।घटना नागदा के…

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