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यूपी के बरेली से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। डेढ़ साल पहले जिस बेटी के अपहरण की रिपोर्ट मां ने लिखाई, वह थाने से महज सात किलोमीटर की दूरी पर रहते हुए मिली। जिसे देखकर पूरा पुलिस प्रशासन दंग रह गया। वह मां की डांट से नाराज होकर पैसे कमाने के लिये घर छोड़कर चली गई थी। वही डेढ़ साल से युवती को बरामद करने में नाकाम रही इज्जतनगर पुलिस एसएसपी की डांट के बाद हरकत में आई और युवती को तालाश कर लिया।
इज्जतनगर क्षेत्र में रहने वाली पीड़ित मां की ओर से डेढ़ साल पहले 16 वर्षीय बेटी की पांच मई 2019 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जिसके बाद से इज्जतनगर पुलिस मामले में टाल मटोल कर रही थी और किशोरी को तालाश पा रही थी। पीड़ित मां ने इस मामले का संज्ञान एसएसपी रोहित सिंह सजवाण को दिया तो वह थाना पुलिस पर गर्म हो गये। इसके बाद पुलिस ने किशोरी को ढूंढ निकाला और वह अपने घर से सात किलो मीटर दूर ही शाहमतगंज में पुलिस को मिली है। जिसने बताया है कि वह मां की डांट से नाराज होकर घर से निकली थी और पैसे कमाकर ही घर लौटने की कसम खाई थी। जिसके बाद वह शाहमतगंज में रही और घरों में बर्तन झाडू का काम किया। इसके साथ ही उसने कुछ रुपये भी जमा कर लिये और कुछ रकम जमा करने के बाद वह घर लौट जाती।
नाबालिग की उम्र में लिखा गया मुकदमा, मिलने पर हो चुकी है बालिग
डेढ़ साल पहले 16 साल की उम्र में अपहरण का मुकदमा लिखा गया था। जबकी बरामद हुई युवती अब उम्र 18 साल हो गई है। वहीं मां ने भी मुकदमा लिखाते समय उसकी उम्र 11 वर्ष ही लिखाई थी।
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