[ad_1]
चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) ने संवेदनशील लद्दाख सेक्टर में मौजूदा तनातनी के दौरान भारतीय सैनिकों के खिलाफ अपरंपरागत हथियारों के इस्तेमाल और सैनिकों का जमावड़ा लगाकर स्थिति को गंभीर बना दिया। रक्षा मंत्रालय ने साल के अंत में तैयार की जाने वाली समीक्षा रिपोर्ट में यह बात कही है। हालांकि, मंत्रालय ने इन हथियारों के बारे में विस्तार से नहीं बताया है।
गौरतलब है कि पिछले साल पैंगोंग त्सो और गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर पत्थरों, लोहे के रॉड और कील लगे डंडों से हमला किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएलए ने ताकत के जरिए इस सेक्टर में यथास्थिति बदलने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय सेना दुश्मन के किसी भी दुस्साहस को रोकने के लिए पुरी तरह तैयार थी।
1 जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट में मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना ने परिस्थिति से निपटने के लिए इंडियन एयर फोर्स की मदद से तेजी से सैनिकों, तोपों और हथियारों को पहुंचाया। सड़कें, पुलों और सैनिकों के ठिकानों का तेजी से निर्माण किया गया। मंत्रालय ने कहा, ”एलएसी पर एक से अधिक जगह यथास्थिति को बदलने के लिए चीन की ओर से की गई एकतरफा और उकसावे की कार्रवाई का मजबूती से जवाब दिया गया और पूर्वी लद्दाख में हमारे दावे की शुचिता को सुनिश्चित किया गया।” यह भी कहा गया है कि पीएलए की ओर से उकसावे के बावजूद भारतीय सेना दोनों देशों के बीच स्थापित प्रोटोकॉल और समझौतों पर कायम रही।”
समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि 15 जून को हिसंक झड़प में चाइनीज पक्ष के कई सैनिक हताहत हुए। मंत्रालय ने पैंगोंग त्सो झील के दक्षिणी किनारे पर रणनीतिक महत्व के ऊंचाई वाले इलाकों पर नियंत्रण के लिए भारतीय सेना की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया है। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने 28-29 अगस्त को एहतियाती कदम के रूप में पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया।
रिपोर्ट में कहा गया है, ”बेहद खराब मौसम का सामना करते हुए हमारे सैनिक इन ऊंचाइयों पर तैनात हैं। अडवांस विंटर स्टॉकिंग (AWS) के साथ सर्दियों की तैयारी पूरी हो चुकी है और चीनी सेना द्वारा किसी भी दुस्साहस का मुकाबला करने के लिए सैनिक अच्छी तरह तैयार हैं। समीक्षा में भारतीय वायुसेना की तैयारी के बारे में भी बताया गया है। समीक्षा में कहा गया है कि भारतीय सेना किसी भी स्थिति के लिए तैयार है, लेकिन इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने के लिए बातचीत जारी है।
[ad_2]
Source link