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राजस्थान के नागौर जिले के गांव सिलारिया के ग्रामीणों ने एकजुट होकर शराबबंदी का लेकर एक नई पहल की शुरुआत की है। ग्रामीणों ने कहा है कि, गांव में शराब पीने और बेचने दोनों पर आम सहमति से रोक लगा दी है। वहीं शराब पीने पर 1100 और बेचने पर 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
ग्राम पंचायत ढोतीणा के सरपंच निरमा ने बताया कि, सिलारिया गांव के लोगों ने शनिवार को एक बैठक बुलाई, जिसमें गांव के सभी लोगों ने शराबबंदी पर पत्र जारी किया गया। सभी ने इस पर सहमति देते हुए अपने हस्ताक्षर किए। साथ ही इस पत्र में लिखा गया है कि, गांव में न अब कोई शराब पीएगा और न ही कोई बेचेगा।
वहीं अगर गाँव में शराब पीते हुए पकड़ा गया तो 1100 रुपये और उसकी निशानदेही के बाद बेचने वाले पर 11 हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि, गांव में शराब का एक ठेका था। आए दिन लड़ाई झगड़े और हंगामा होता रहता था। इससे गांव का माहौल खराब हो रहा था। लोगों के शराब पीने से गांव की महिलाएं भी परेशान रहती थी। अब इसे बंद करवा दिया गया। इसलिए सभी ने आपसी सहमति से शराबबंदी का निर्णय लिया है।
सरपंच ने कहा कि इस शराबबंदी से दूसरे गांवों को भी शराबबंदी की प्रेरणा मिलेगी। कोशिश यह है कि आसपास के कई गांवों को शराबबंदी करवा के लोगों को शराब से मुक्त करवाया जाए।
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