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Eco Friendly Lohri Celebration Tips: आज देशभर में लोहड़ी का पर्व बेहद खुशी और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। लोहड़ी का पर्व हर साल पौष महीने में 13 जनवरी को मुख्य रूप ये उत्तर भारत और पंजाब में मनाया जाता है। आज के दिन लोग एक-दूसरे के साथ मौज-मस्ती, नृत्य और लोक गीत गाते हुए घर के आंगन के बीचोंबीच आग जलाकर उसके चारों तरफ फेरे लगाते हैं। क्यों न इस साल अपने त्योहार की खुशी और प्यार को इको फ्रेंडली लोहड़ी मनाकर दोगुना किया जाए। आइए जानते हैं कैसे इस साल आप ये कुछ टिप्स अपनाकर मना सकते हैं इको फ्रेंडली लोहड़ी।
कम लकड़ियों का करें इस्तेमाल-
लोहड़ी की आग जलाने के लिए इस साल सीमित मात्रा में लकड़ियों का उपयोग करने का संकल्प लें। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष लोहड़ी जलाने के लिए छोटा अलाव बनाएं। ऐसा करने से धुआं कम होगा और हवा भी अपेक्षाकृत साफ रहेगी।
आग जलाने के लिए गोबर का न करें उपयोग-
गोबर को जलाने से वायु प्रदूषण अधिक होता है। गोबर जल्दी जलता है और अधिक धुआं पैदा करता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है और प्रदूषण का लेवल भी बढ़ जाता है।
आग जलाने के लिए सूखी पत्तियों का न करें उपयोग-
अलाव बनाने के लिए सूखी पत्तियों और शाखाओं का उपयोग करना एक पुरानी लोहड़ी परंपरा है। इस साल, विषाक्त गैसों के उत्सर्जन को रोकने के लिए सूखी पत्तियों को न जलाएं।
कोशिश करें एक ही अलाव बनाएं-
अलग से लोहड़ी मनाने और जलाने की जगह कोशिश करें कि पड़ोस के सभी लोग पैसे जमा करके एक निश्चित समय पर इकठ्ठा होकर एक ही जगह साथ मिल जुलकर लोहड़ी मनाएं।
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