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ऑस्ट्रेलिया के हेड कोच जस्टिन लैंगर ने मंगलवार को कहा कि भारतीय टीम ने अब तक विशेषकर गेंदबाजी विभाग में बेहद अनुशासित प्रदर्शन किया है और साथ ही विश्वास जताया कि उनकी टीम गुरुवार से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच से पूर्व बल्लेबाजी की अपनी कमजोरियों को दूर करने में सफल रहेगी। लैंगर से वर्तमान सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के कम स्कोर पर आउट होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसके कई कारण बताए जिनमें भारतीयों की सटीक और घातक गेंदबाजी प्रमुख है।
लैंगर ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पिछली दो सीरीज में उनका सबसे मजबूत पक्ष अनुशासन रहा है। वे (भारतीय) बेहद अनुशासित रहे हैं। मुझे पिछले दो टेस्ट मैच अच्छे लगे क्योंकि इनमें गेंद और बल्ले के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। आपको अधिक मेहनत करनी होगी और इसी को टेस्ट क्रिकेट कहते हैं। पूर्व सलामी बल्लेबाज लैंगर ने कहा कि भारतीय गेंदबाजों ने उनके बल्लेबाजों के लिए सीधी लाइन पर गेंद की और उसी अनुसार फील्डिंग सजाई। उन्होंने कहा कि हम अभी तक जिन विकेटों पर खेले उनमें सीम मूवमेंट था और थोड़ी स्विंग भी मिल रही थी।
लैंगर ने ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की भी तारीफ की और कहा कि उनके खिलाफ तेजी से रन बनाना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि आप रवि अश्विन को नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं। कितने गेंदबाजों ने 380 टेस्ट विकेट लिए हैं। महान गेंदबाज वह होता है जिसके खिलाफ रन बनाना मुश्किल होता है तथा जसप्रीत बुमराह अभी ऐसा गेंदबाज है, अश्विन इस तरह का गेंदबाज हैं और हम इससे अच्छी तरह अवगत हैं।
उन्होंने कहा कि हम जानते हैं कि हम किस तरह की क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं लेकिन श्रेय भारत को जाता है। उन्होंने सुनियोजित खेल दिखाया, अनुशासित गेंदबाजी की और जिन विकेटों पर हम खेले वे प्रतिस्पर्धी थे, इसलिए मैं अपने स्कोरिंग रेट को लेकर परेशान नहीं हूं। लैंगर ने कहा कि वे बल्लेबाजी की अपनी कमजोरियों को दूर करने पर काम कर रहे हैं और भारतीय स्पिनरों का सामना करने के लिए रणनीति बना रहे हैं। उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि हमें भारतीय स्पिनरों के खिलाफ अपनी रणनीति पर गौर करना होगा। अश्विन बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहा है और पिछले सप्ताह और उसके बाद हमने कड़ी मेहनत की है।”
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