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आपने ऐसी कई फिल्में देखी होंगी, जिसमें नायक या नायिका की कहानी का दुखद अंत कैंसर की बीमारी से होता है। ऐसी फिल्में देखकर भावुक होना स्वाभाविक है लेकिन कैंसर की हकीकत इससे भी ज्यादा भयावह है। सबसे पहले जो व्यक्ति इस बीमारी से जूझ रहा है, वो शारीरिक रूप से बीमार होने से पहले मानसिक रूप से टूट जाता है। उसे हर पल इस बात की चिंता सताती रहती है कि वह जीवन से दूर जा रहा है। कभी-कभी तो पहली या दूसरी स्टेज पर होने के बाद भी बार-बार इस बीमारी के बारे में सोचते रहने से उसके ठीक होने की उम्मीद भी कम होती जाती है। ऐसे में कैंसर से जूझ रहे लोगों को मानसिक मजबूती के साथ प्यार और अपनेपन की भी जरुरत होती है।

विश्व कैंसर दिवस 2021 की थीम
इस साल विश्व कैंसर दिवस की थीम जीवन के प्रति एक सकारात्मक नजरिया देती है। इस वर्ष कैंसर जागरुकता अभियान की थीम ‘आई एम एंड आई विल’ है। यानि मैं हूं और मैं रहूंगा रखी गई है। थीम यह प्रचारित करती है कि किसी व्यक्ति के कार्य कैसे प्रभावी हो सकते हैं। यह दर्शाता है कि हर क्रिया कैंसर से लड़ने के लिए मायने रखती है। “यह वर्ष सहयोग और सामूहिक कार्रवाई की हमारी स्थायी शक्ति की याद दिलाता है। जब हम एक साथ आने का विकल्प चुनते हैं, तो हम वह हासिल कर सकते हैं जिसकी हम इच्छा करते हैं। यानि कैंसर के बिना एक स्वस्थ, उज्जवल दुनिया। ऐसे में आपके आसपास भी कोई ऐसा व्यक्ति है, जो कैंसर से लड़ाई लड़ रहा है, तो आप छोटे-छोटे प्रयास करके उसके जीवन में रंग भरकर उसके चेहरे पर एक मुस्कान ला सकते हैं।
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