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यूक्रेन पर जारी रूसी अटैक के बीच एक बेहद दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। रूसी सैनिकों ने एक अस्तबल में लगा दी जिससे उसके अंदर मौजूद 32 घोड़े जलकर मर गए।
यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि ये घटना 13 मार्च की है जब राजधानी कीव के पास रूसी सैनिकों ने एक अस्तबल में आग लगा दी थी। उस अस्तबल में 32 घोड़े बंधे थे जो आग में जलकर राख हो गए।
यूक्रेन के समाचार पोर्टल सेंसर नेट (censor.net) के मुताबिक रूसी सेना ने राजधानी कीव के पास गोस्टोमेल में स्थित एक अस्तबल में आग लगाई थी। समाचार पोर्टल ने अस्तबल के मालिक एलेक्जेंड्रा के हवाले से लिखा कि रूसी आक्रमणकारियों ने घोड़ों को भी नहीं बख्शा और 13 मार्च को हुई इस घटना में उसके घोड़े जलकर मर गए।
वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्रालय और पशु अधिकार समूहों ने राजधानी कीव के उत्तर में गोस्टोमेल में हुए हमले की निंदा की है। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा: “गोस्टोमेल में एक अस्तबल में लगभग सभी घोड़ों को जिंदा जला दिया गया, रूसी आक्रमणकारियों ने इसे जला दिया था। उनमें से कुछ ही बच पाए हैं।”
अस्तबल के मालिक ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उसे रूसी सैनिकों ने महीने की शुरुआत में अपना घर छोड़ने का आदेश दिया था, उन्होंने धमकी दी थी कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो ‘सभी घोड़ों को गोली मार देंगे’।
लेकिन जब उसका एक दोस्त सोमवार को घोड़ों की देखरेख करने गया, तो उसने पाया कि रूसी सैनिकों द्वारा अस्तबलों को जलाए जाने के बाद सभी घोड़ों को मार दिया गया था।
जले हुए घोड़े की लाशों की तस्वीरें बेहद भयानक हैं। एलेक्जेंड्रा ने कहा कि कई घोड़े छोटे-छोटे बच्चे थे, वे 7-10 साल के थे। एलेक्जेंड्रा ने रोते हुए बताया कि घोड़ों घास दी जा चुकी थी और उन्हें पानी देना बाकी था। उन्होंने कहा, “युद्ध से पहले रूस में मेरे कई दोस्त थे। अब यह सब खत्म हो गया है, मेरा कोई दोस्त नहीं है।”
रोते हुए एलेक्जेंड्रा ने कहा, “अस्तबल क्या है, यह कोई सैन्य फैसिलिटी है? राक्षसों! घोड़ों ने क्या बिगाड़ा था?! मैं निश्चित रूप से युद्ध के बाद अस्तबल का पुनर्निर्माण करूंगा। और मैं निश्चित रूप से घोड़े को वापस लाऊंगा। रूसी जहाज, भाड़ में जाओ।”
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