[ad_1]

बिहार में बेगूसराय सांसद सह मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह के विवादित बयान के बहाने नीतीश सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर हैं। नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गिरिराज के विवादित बांस वाले बयान पर नीतीश सरकार को घेरते हुए तंज कसा कि गलती उजागर करने वाले पत्रकारों पर नीतीश सरकार FIR लेकिन हिंसा फैलाने वालों मंत्रियों को पुरस्कृत करती है।

तेजस्वी यादव ने एक विडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि- केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह जी कह रहे हैं कि बिहार में अराजकता फैली हुई है। अधिकारी किसी की भी नहीं सुनते। मुख्यमंत्री कमजोर है इसलिए बांस उठाकर जब मर्ज़ी अधिकारियों को पीटो। उन्होंने आगे लिखा कि गलती उजागर करने वाले पत्रकारों पर नीतीश सरकार FIR लेकिन हिंसा फैलाने वालों मंत्रियों को पुरस्कृत करती है।

 

सांसद गिरिराज के बयान पर सीएम नीतीश ने कहा- उन्हीं से पूछिए
उधर सांसद गिरिराज सिंह के विवादित बयान पर सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने टिप्पणी करते हुए कहा कि यह बात आप उन्हीं से पूछिए। कहा कि क्या पिटाई का शब्द बोलना कहीं से न्यायोचित है। ये उचित शब्द है? ऐसे में यह उन्हीं से पूछिए।
 

जानें क्या है बांस से पिटाई का विवादित मामला
बता दें कि शनिवार को बेगूसराय पहुंचे केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री सह सांसद सह बीजेपी के फायरब्रांड नेता अपने संसदीय क्षेत्र के सिहमा गांव में आयोजित किसान संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी नहीं सुनते हैं तो उन्हें बांस से मारो। हम किसी अधिकारी के नाजायज नंगा नृत्य को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।  उन्होंने कहा था कि, ‘सांसद, एमएलए, डीएम, एसपी, वीडियो और डीडीसी, ये आपके अधीन हैं। आप अपनी अच्छी बात लेकर के जाएं। यहां एक मित्र ने लिख कर दिया कि सीओ गड़बड़ कर रहे हैं। मैंने एसडीओ को दिया कि देखिए। आप जाएं। ये बात गिरिराज को कहने की जरूरत नहीं है। ये आपका अधिकार है। आपके अधिकार का हनन होगा तो गिरिराज आपके साथ खड़ा रहेगा क्योंकि आपने मुझे सांसद बनाया है। आपने किसी को एमएलए और किसी को जिला परिषद बनाया है। आपके बल पर कोई मुखिया है। आप मुखिया, एमएलए या एमपी के बल पर नहीं हैं। नहीं सुनते हैं तो बांस से मारो। अधिकारी नहीं सुन रहे हैं… यह मैं सुनना नहीं चाहता। ना हम नाजायज करेंगे और ना नाजायज बर्दाश्त करेंगे। ना हम किसी अधिकारी को नाजायज काम करने के लिए कहते हैं और ना हम किसी अधिकारी के नाजायज नंगा नृत्य को बर्दाश्त कर सकते हैं।’
 



[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here