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यूक्रेन पर रूस के हमले से मुश्किलें बढ़ गई हैं। इसी बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने अपनी तीसरी एडवाइजरी जारी की है। जिसमें दूतावास ने भारतीय नागरिकों से कहा है कि अगर वे ऐसे स्थानों पर हैं जहां हवाई सायरन या बम की चेतावनी सुनी जा रही है तो वे आश्रयों में जाकर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।

एडवाइजरी में कहा गया, ”जैसा आप जानते हैं कि यूक्रेन में मार्शल लॉ लग गया है जिससे आवागमन मुश्किल हो गया है।” इसमें कहा गया कि ऐसे छात्र जो कि कीव में फंसे हुए हैं उनके ठहरने की व्यवस्था के लिए दूतावास प्रतिष्ठानों के संपर्क में है। 

मालूम हो कि रूस ने गुरुवार सुबह यूक्रेन पर हमला किया और यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया, जिससे एयर इंडिया की एक उड़ान यूक्रेन में उतरे बिना वापस लौटने के लिए मजबूर हो गई। इसी बीच राजधानी कीव में मदद का इंतजार कर रहे भारतीय छात्रों के कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें कई राजनेताओं ने उन्हें ट्वीट किया और सरकार से कार्रवाई करने को कहा।

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने छात्रों के फंसे होने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। मनीष तिवारी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए भारत सरकार से छात्रों की मदद के लिए गुहार लगाई। 

वहीं, कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी सोशल मीडिया के जरिए पीएम मोदी से यूक्रेन में भारतीय छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। थरूर ने ट्वीट किया, “यूक्रेन में फंसे छात्रों के परिवारों से कई संदेश मिल रहे हैं और निकासी की जरूरत है। प्रधानमंत्री जी, यह चुनावी रणनीति का समय नहीं है। हमारे हजारों छात्र यूक्रेन में फंस गए हैं। अपनी प्राथमिकता निर्धारित करें।”

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी एक वीडियो साझा किया जिसमें एक छात्र ने कहा कि कई विश्वविद्यालयों के छात्र एक साथ एकत्र हुए हैं क्योंकि स्थानीय परिवहन उपलब्ध नहीं है; दूतावास जवाब नहीं दे रहा था। 

दूतावास ने कहा कि वह लगातार संकट से निपटने के लिए काम कर रहा है। दूतावास ने कहा, “स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण और बहुत अनिश्चित है और यह निश्चित रूप से बहुत चिंता पैदा कर रहा है।”

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे पर सरकार की योजना की आलोचना की और कहा कि समय होने पर सरकार को बेहतर योजना बनानी चाहिए थी। उन्होंने कहा, ‘हर मुश्किल हालात में मुंह फेरना…और चुप रहना मोदी सरकार की आदत हो गई है। 

साथ ही साथ बता दें कि यूक्रेन में 18,000 के करीब भारतीय हैं, जिनमें से कई स्टूडेंट्स हैं। फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एयर इंडिया का विभान भेजा गया था, लेकिन यह विमान वापस आ गया है क्योंकि यूक्रेन ने वाणिज्यिक उड़ानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है। 



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