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बात जब रेसिंग और परफॉर्मेंस बाइक्स की होती है तो Yamaha का नाम आना लाजमी है। तकरीबन 66 साल पहले 1955 में जापान से अपने सफर की शुरुआत करने वाली यामहा आज इंडियन मार्केट में भी प्रमुख टू-व्हीलर ब्रांड बन चुकी है। इस समय यहां के बाजार में यामहा के व्हीकल पोर्टफोलियो में डेली कम्यूटर से लेकर हैवी बाइक्स सहित कई स्कूटर भी शामिल हैं। कंपनी इंडियन मार्केट को लेकर काफी सजग दिख रही है, हालांकि पिछले एक साल से कोरोना महामारी ने समूचे विश्व बाजार को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है, लेकिन इंडियन मार्केट के लिए कंपनी की योजनाएं काफी बेहतर हैं।
इस महामारी के चलते ग्राहकों की डिमांड से लेकर, वाहनों के प्रति उनकी दिलचस्पी और कंपनियों की वाहन निर्माण क्षमता भी इससे काफी हद तक प्रभावित हुई है। लेकिन इन सबके बावजूद बाजार को हमेशा से एक उम्मीद रही है कि, अंधेरा छटेगा और सूरज निकलेगा। खैर, हिंदुस्तान ने इस बीच कंपनी की योजनाओं और बीते साल के कुछ अनुभवों के बारे में यामाहा मोटर इंडिया सेल्स के उपाध्यक्ष रविन्द्र सिंह से डिजिटल पत्राचार (ईमेल) के जरिए कुछ सवाल किए थें, जिनके जवाब बेहद दिलचस्प हैं। आज हम यहां पर इसी सवाल-जवाब के कुछ मुख्य अंश पेश कर रहे हैं।
सवाल: कोरोना महामारी के चलते भारत में आपका ऑपरेशन कैसे प्रभावित हुआ है? इसका प्रोडक्शन पर क्या प्रभाव देखने को मिला है और इससे उबरने के क्या संकेत मिले हैं?
जवाब: भारत में हमारा परिचालन (ऑपरेशन) शुरू में प्रभावित हुआ था, जब पिछले साल मार्च के अंतिम सप्ताह में सरकार द्वारा लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। लेकिन मई के मध्य में हमने चेन्नई स्थित कारखाने में कामकाज शुरू कर दिया था, और इसके कुछ महीनों बाद सूरजपुर प्लांट में भी परिचालन शुरू कर दिया गया। हालांकि इन-हाउस मैन्युफैक्चरिंग के मैनपावर की उपलब्धता और आपूर्तिकर्ताओं के साथ कुछ समस्याएं थीं, जैसे कि कैंटोनमेंट जोन में माल की आवाजाही के लिए ड्राइवरों की उपलब्धता और हमारे ग्राहकों के साथ संपर्क बनाए रखना इत्यादि। लेकिन हमने सप्लायर के साथ स्थितियों का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया और बाजार में पुन: पकड़ बनाने के लिए खुद को तैयार किया।
दरअसल, देश में लॉकडाउन की घोषणा से पहले टॉप मैनेजमेंट के सदस्यों से युक्त एक टास्क फोर्स का गठन किया गया था। आइडिया और डेवलपमेंट की योजना बनाने के लिए क्रॉस फंक्शनल ग्रुप बनाए गए थे। COVID 19 स्थिति से निपटने के लिए कुशल इंजीनियरों की हमारी टीम ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए लेआउट, प्रोसेस-फ्लो और अन्य प्रक्रियाओं पर गहनता से काम किया। इसके अलावा हमने विभिन्न इंटरनेट आधारित गतिविधियों और डिजिटल प्लेटफॉर्म की मदद से अपने संभावित बाजारों और ग्राहकों के साथ कम्यूनिकेशन जारी रखा। इसका नतीजा ये रहा कि, बीते साल जुलाई महीने से कंपनी की बिक्री में लगातार तेजी देखी जा रही है।
सवाल: इस दौरान आपकी मार्केटिंग स्ट्रेटजी (रणनीति) क्या रही?
जवाब: कोरोना महामारी के चलते पिछले साल से ही टू-व्हीलर सेगमेंट को खासी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ग्राहकों के लोगों की बायिंग बिहेवियर से लेकर डिमांड में भी बदलाव देखने को मिला है। इस दौरान हमने भी कॉन्टैक्टलेस और रिस्क-फ्री एक्सपेरिएंस के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अपने ग्राहकों तक पहुंच बनाए रखी। हमने अपने डीलरशिप को भी इसके लिए पूरी तरह से तैयार किया। ताकि वो भी बिना किसी के संपर्क में आए और नियमों का पालन करते हुए डिजिटल माध्यम को अपनाएं और अपने प्रोडक्ट्स के फीचर्स, कैम्पेन और आकर्षक ऑफ़र्स के बारे में नियमित रूप से ग्राहकों को बताएं।
हमने कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा उपलब्ध कराई। जहां पर ग्राहक घर बैठे ही वर्चुअल स्टोर के जरिए अपने पसंद के वाहन के बारे में सभी जानकारी हासिल करते हुए उनकी खरीदारी कर सकते हैं। अपने ग्राहकों के खरीदारी के अनुभवों को बेहतर बनाने के लिए हमने ऑनलाइन शॉपिंग साइट अमेज़ॅन पर भी यामहा के एपेरल्स और एक्सेसरीज को उपलब्ध करवाया। सोशल मीडिया हमारे सभी डिजिटल पहलों में सबसे आगे रहा है और हमें उम्मीद है कि ये हमारे टार्गेट कस्टमर्स के साथ जुड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण माध्यम बना रहेगा।
सवाल: भारत के दोपहिया बाजार में महामारी के बाद क्या बदलाव देखने को मिले? क्या आप ग्राहक के खरीदने के विकल्पों में कोई अंतर पाते हैं?
जवाब: इस साल टू-व्हीलर्स की डिमांड धीरे-धीरे बढ़ने की उम्मीद है। मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों के बीच पर्सनल मोबिलिटी को लेकर बढ़ावा देखने को मिल रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग इसके प्रमुख कारणों में से एक है। भारतीय ग्राहकों ने नए फीचर्स और एडवांस तकनीक से लैस मोबिलिटी के विकल्पों का चुनाव करना शुरू कर दिया है। इस महामारी के चलते लोग सार्वजनिक या शेयरिंग ट्रांसपोर्ट के माध्यम को चुनने से बच रहे हैं, ऐसे में निश्चित तौर पर पर्सनल मोबिलिटी की ग्रोथ देखने को मिलेगी। एक और बड़ा बदलाव हमें ये देखने को मिला है कि लोग वाहनों की खरीद से लेकर सर्विसिंग या इंक्वायरी के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का तेजी से प्रयोग कर रहे हैं। इस महामारी के दौरान टू-व्हीलर सेगमेंट में भी एप्वाइंटमेंट्स, डोरस्टेप पिकअप/डिलीवरी और ऑनलाइन बुकिंग में भी वृद्धि देखी गई है।
सवाल: साल 2020 में आपका सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल कौन सा रहा है? वहीं पिछले साल के साथ आप अपने प्रदर्शन की तुलना कैसे करेंगे?
जवाब: जहां तक बेस्ट परफॉर्मर की बात है तो बीते साल 2020 में स्कूटर सेगमेंट में Ray ZR Street Rally और मोटरसाइकिल सेगमेंट में FZ सीरीज के मॉडल्स ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। हमने 2020 की दूसरी छमाही में अच्छा प्रदर्शन किया और हमें उम्मीद है कि इंटरनेट बेस्ड इंगेजमेंट और अन्य तकनीकी माध्यमों जैसे “द कॉल ऑफ द ब्लू” कैम्पेन के जरिए इस ग्रोथ को हम आगे भी जारी रखने में कामयाब होंगे। यामाहा की बिक्री में बीते साल जुलाई महीने में 4 प्रतिशत वर्ष की वृद्धि दर्ज की गई जो कि दिसंबर में 33 प्रतिशत तक पहुंच गया। साल 2020 में कंपनी ने कुल 5.04 लाख यूनिट्स वाहनों की बिक्री की।
सवाल: भारत में दोपहिया वाहन बाजार के लिए आप 2021 से क्या उम्मीद करते हैं? क्या आप नए सेगमेंट में मॉडल्स लाने की योजना बना रहे हैं?
जवाब: अर्थव्यवस्था के नए परिदृश्य में भी पर्सनल मोबिलिटी (व्यक्तिगत वाहनों का प्रयोग) ही प्राथमिकता बनी रहेगी। कुछ प्लेयर्स के लिए बीते साल का फेस्टिव सीजन रिटेल सेल्स के लिए काफी बेहतर साबित हुआ है। रिटेलर्स द्वारा विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों तक पहुंच बनाया जा रहा है जिसने बिक्री में बढ़ोतरी की है। हमारा मानना है कि इस साल 2021 में टू-व्हीलर्स की डिमांड बढ़ेगी। यामहा भी डिजिटल माध्यमों से अपने कैम्पेन का प्रचार प्रसार करेगा।
जहां तक नए सेग्मेंट के मॉडल्स की बात है तो इस साल 2021 के लिए हमारा लक्ष्य है कि हम अपने मौजूदा मॉडल्स की ग्रोथ को बेहतर बनाएं। हमने पिछले साल दिसंबर महीने में 125 CC के स्कूटर को लॉन्च किया था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते हमें जितना बेहतर रिस्पांस मिलना चाहिए था उतना नहीं मिला, बावजूद इसके हमारे स्कूटर ने अच्छा प्रदर्शन किया। हम अपने डिजिटल अभियानों के माध्यम से अपने प्रोडक्ट्स के साथ-साथ ब्लू फिएस्टा और टेस्ट राइड माय यामाहा अभियान जैसी गतिविधियों का प्रचार करना जारी रखेंगे ताकि अधिक से अधिक ग्राहक इन सुविधाओं से अवगत हों और इसका अनुभव कर सकें।
सवाल: क्या आप इस साल 2021 में कोई नया मॉडल भारतीय बाजार में लॉन्च करने वाले हैं?
जवाब: हम इसके बारे में आपको सही समय आने पर जरूर अवगत कराएंगे।
सवाल: भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक सेग्मेंट तेजी से मशहूर हो रहा है, क्या आप कोई इलेक्ट्रिक वाहन यहां के बाजार में उतारने की योजना बना रहे हैं?
जवाब: हमारा मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहन भारत में ऑटोमोबाइल क्षेत्र का भविष्य हैं और लांग रन के लिए इसकी अत्यधिक संभावनाएं भी हैं। हालांकि, इसकी असली सफलता उपलब्ध बुनियादी ढांचे, सामर्थ्य और ग्राहकों की स्वीकार्यता पर निर्भर करेगी। इस दिशा में भारत स्पष्ट रोडमैप, स्थिर नीति और उचित योजना और उनके निष्पादन के माध्यम से ही सफलता प्राप्त कर सकता है। इंफ्रास्ट्रक्चर, चार्जिंग स्टेशन, बैटरी प्रोडक्शन और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से जुड़ी बड़ी चुनौतियां हैं। यामाहा वर्तमान में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) पर व्यवहार्यता का अध्ययन कर रहा है और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बाजार की आवश्यकताओं के साथ-साथ सरकार के रोडमैप को समझने की कोशिश कर रहा है। फिलहाल हम अब इन सभी कारकों पर विचार कर रहे हैं। एक बार, सभी क्षेत्रों में काम करने के बाद हमें उम्मीद है कि, हम एक से दो साल के भीतर भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहन पेश कर सकते हैं।
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