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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली जब अपना 100वां टेस्ट खेलने उतरे तो उन्हें काफी बेचैनी थी और पहले टेस्ट जैसे वह ‘नर्वस’ भी थे। लेकिन शतक नहीं बना पाने को लेकर वह चिंतित नहीं हैं क्योंकि उनका मानना है कि वह अच्छा खेल रहे हैं। कोहली श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन 45 रन बनाकर आउट हुए। भारत ने श्रीलंका के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को पहली पारी में छह विकेट पर 357 रन बनाए। भारत ने अब तक 14 बार किसी टेस्ट मैच के पहले दिन 350 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाया है। इनमें उसने श्रीलंका के खिलाफ छह बार यह कारनाम किया है। ऋषभ पंत ने 96 और हनुमा विहारी ने 58 रन बनाए। 

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जब मीडिया ने पूछा कि बड़ी पारी नहीं खेल पाने के कारण क्या वह अपनी प्रक्रिया में बदलाव करना चाहते हैं, इस पर कोहली ने कहा, ‘मेरी तैयारी वैसी ही है जैसी हमेशा रही है। जब तक मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं, मुझे चिंता नहीं है। हम रिकॉर्ड और उपलब्धियों को लेकर उतावले रहते हैं। मुझे लगा मानो मेरा पहला टेस्ट है। मुझे बेचैनी हो रही थी और काफी नर्वस भी था।’

उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि अब अच्छी शुरुआत को बड़ी पारियों में बदलना होगा। उन्होंने कहा, ‘मेरी शुरुआत अच्छी थी और यूं आउट होने का दुख है। मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था। बतौर बल्लेबाज निराशा होती है। हमारी कोशिश हमेशा बड़ी पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने की रहती है।

कोहली ने कहा कि कोरोना काल में अपने खेल पर काम करने का समय ही नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा, ‘यह हालात ऐसे नहीं है कि खेल से अलग रहकर उस पर काम किया जा सके। तीनों प्रारूप और आईपीएल में इतने लंबे समय तक खेलना कठिन था। मुझे गर्व है कि मैंने अपने शरीर को इसके अनुकूल बनाया।’  

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