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अभिनेता-राजनेता कमल हासन ने बुधवार को कर्नाटक में मंगलवार की रोज हिजाब पहनने को लेकर सामने आई घटनाओं पर दुख जताया। उन्होंने राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव पैदा न करने आह्वान किया कि यह तमिलनाडु में न फैले। उन्होंने कहा कि इसके जरिए जहरीली दीवार खड़ी हो रही है, इससे हमे बचना है। कर्नाटक में हिजाब विवाद पर फिल्म और साहित्य जगह की कई हस्तियों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी है।

कमल हासन ने ट्वीट किया, “कर्नाटक में जो हो रहा है, वह मुझे परेशान कर रहा है। मासूम छात्रों के बीच सांप्रदायिकता की जहरीली दीवार खड़ी की जा रही है। हमारे पड़ोसी राज्य में जो हो रहा है वह तमिलनाडु में नहीं आना चाहिए। यह सभी प्रगतिशील ताकतों के लिए पहले से ज्यादा सतर्क रहने का समय है।” 

सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनने वाली मुस्लिम छात्राओं को कक्षाओं में प्रवेश की अनुमति देने के खिलाफ कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन ने मंगलवार को उग्र रूप ले लिया। इसमें कई जिलों में पथराव और लाठीचार्ज की घटनाएं सामने आई। गौरतलब है कि मंगलवार को स्थिति नियंत्रण से बाहर होने के बाद कर्नाटक सरकार ने राज्य भर के सभी शैक्षणिक संस्थानों में तीन दिन की छुट्टी की घोषणा कर दी है।

राष्ट्रीय पुरस्कार-फिल्म निर्माता पीसी श्रीराम ने भी हिजाब विवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वे विकास के बारे में बात करते हैं, लेकिन अंत में वही करते हैं जिसके लिए वे जाने जाते हैं और जब कभी भी कोने में बिजली आती है तो वे क्या कर रहे हैं। पतन अब दूर नहीं है। उन्होंने बुर्का पहने लड़की की एक ड्राइंग साझा करते हुए ट्वीट किया, जो एक कॉलेज में उसके कपड़ों की पसंद को लेकर लड़कों की भीड़ के सामने खड़ी हो गई थी।

वहीं, निर्देशक बिजॉय नांबियार ने बुर्का पहने लड़की के वीडियो को साझा करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि यह सिर्फ दिल तोड़ने वाला है कि हम इस पर उतर आए हैं। हम अपनों से इतनी नफरत क्यों करते हैं ! मैं इसे देखकर सुन्न हो गया हूं।

फिल्म निर्माता-अभिनेता लक्ष्मी रामकृष्णन ने भी स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करने वालों की आलोचना की। उन्होंने ट्वीट किया, “मैंने एक कॉन्वेंट में पढ़ाई की, हमें ‘पोट्टू’ और फूल पहनने की अनुमति नहीं थी, बहुत विरोध के बाद प्रतिबंध हटा लिया गया था। आप लोग जो हिजाब प्रतिबंध का समर्थन कर रहे हैं, उसके लिए क्या कहते हैं? अगर एक मुस्लिम स्कूल में हिंदू लड़कियों को वर्दी के रूप में हिजाब पहनने के लिए मजबूर किया जाता है, तो क्या आप सहमत होंगे? इसे लड़कियों पर छोड़ देना चाहिए।” 



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