[ad_1]

देश पर चक्रवाती तूफान यास का खतरा लगातार गहराता जा रहा है। बंगाल और ओडिशा में यह भीषण चक्रवात जल्द ही अपनी दस्तक देने वाला है। मौसम विभाग ने कहा है कि 26 मई तक यह चक्रवात बहुत गंभीर तूफान में बदल जाएगा। जिसके मद्देनजर ओडिशा के कई जिलों को मंगलवार को हाई अलर्ट पर रखा गया था। कई हजारों लोगों को उनके घरों से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने  चक्रवात यास के तटों से टकराने से पहले भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी। केंद्रपाड़ा, भद्रक, जगतसिंहपुर और बालासोर जिलों के लिए मंगलवार और बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया था। आईएमडी भुवनेश्वर ने कहा, “हमने धामरा और पारादीप बंदरगाहों के लिए सबसे ज्यादा खतरे की चेतावनी जारी की है।”

 

मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खोरदा और पुरी के लिए, आईएमडी ने मंगलवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग ने यहां भारी से बहुत भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की थी। आईएमडी ने यह भी कहा कि तूफान के दौरान 150-160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक हवा चलने की उम्मीद की जा रही है। बता दें कि चक्रवाती तूफान यास बुधवार दोपहर तक तटीय इलाकों से टकरा सकता है।

यास चक्रवात का असर अभी से दिखने लगा है और कई इलाकों में भारी बारिश भी देखने को मिल रही है।चक्रवाती तूफान टकराने के लिए तैयार है इसलिए हजारों स्थानीय लोगों को उनके घरों से निकाल कर गसुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इससे पहले पश्चिमी राज्यों में आए तूफान ताउते ने भी खूब तबाही मचाई थी। देश के पश्चिमी तटीय राज्यों में 100 से अधिक लोग मारे गए थे। आईएमडी ने अपने बुलेटिन में कहा, “चक्रवात यास बुधवार, 26 मई की दोपहर के दौरान बालासोर के आसपास पारादीप और सागर द्वीप के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों को पार कर सकता है।”

 

संबंधित खबरें



[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here